औरंगाबाद. अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग लाख रुपये किलो बिकनेवाली की खेती करने का दावा झूठा निकला. अपने दावे से देशभर में सुर्खियां बटोर चुके औरंगाबाद के किसान अमरेश के खेत में ऐसी कोई सब्जी नहीं लगाई गई है. फिलहाल, वे अंडरग्राउंड हो चुके हैं
कृषि वैज्ञानिक ने किया गांव का दौरा
सोशल मीडिया पर हॉप शूट्स की खेती किए जाने की खबर जब ट्रोल होने लगी, तब कृषि महकमे की नींद खुली और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. नित्यानंद ने भी करमडीह गांव का दौरा कर वस्तुस्थिति जानने की कोशिश की. उन्होंने इस दावे को झूठा पाया और कहा कि हॉ शूट्स की खेती के लिए जो तापमान चाहिए, वह औरंगाबाद में किसी भी मौसम में नहीं रहता
मीडिया भी पहुंचा, परिजनों ने कहा – यह सब्जी तो हमने देखी भी नहीं
दरअसल मीडिया की टीम इस खेती को देखने के लिए नबीनगर प्रखंड के करमडीह गांव पहुंची थी. पर ग्राउंड जीरो पर पहुंचने पर पाया गया कि जिस गांव करमडीह में लगभग पांच कट्ठे में इस सब्जी की खेती करने का जिक्र अमरेश ने किया था, वहां इस तरह की कोई फसल नहीं लगी है. अमरेश के परिवार वालों ने भी करमडीह में हॉप शूट्स की खेती किए जाने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि खेती की बात तो दूर, उन सबों ने हॉप शूट्स देखी तक नहीं है
Source : News18