पानी इस समय दुनिया भर के लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है. इसे लेकर यूनिसेफ ने एक रिपोर्ट पेश की है
इसमें कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर करीब 142 करोड़ लोग ऐसी जगहों पर रहते हैं जहां पानी की भारी कमी है. इनमें 45 करोड़ बच्चे भी शामिल हैं
रिपोर्ट में कहा गया है कि 80 से ज्यादा देशों में बच्चे ऐसी जगहों पर रहते हैं जहां जल संकट है. इसमें पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका के सुदूर इलाके में रहने वाले बच्चों की संख्या अनुपातन अधिक है. वहां 58% से ज्यादा बच्चे जल संकट का सामना कर रहे हैं
एशिया की बात करें तो दक्षिण एशिया की हालत ज्यादा खराब है. यहां 25% आबादी में बच्चे जल संकट का सामने कर रहे हैं. दूसरी तरफ पूर्व एशिया में भी हालात ज्यादा ठीक नहीं है. वहां भी 23% बच्चे जल संकट का सामना कर रहे हैं
भारत में कितने बच्चे प्रभावित
भारत की बात करें तो यहां भी स्थिति गंभीर है. यहां 9.14 करोड़ बच्चे गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं. दुनिया के 37 देश जहां बच्चों के लिए जलसंकट है और उन्हें हॉटस्पॉट माना गया है, उसममें भारत भी एक है
आने वाले समय में बिगड़ेगी स्थिति
साल 2017 में यूनिसेफ ने ही एक रिपोर्ट पेश किया था. इसमें कहा गया था कि 2040 तक दुनिया में जल संकट और भी गहराएगा. हर चार में 1 बच्चा उन क्षेत्रों में रहने को मजबूर होगा जहां जल संकट के कारण तनाव है
क्या कहते हैं यूनिसेफ के निदेशक
यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर के मुताबिक़, दुनिया में जल संकट पहले से ही मौजूद है. ये दिन प्रतिदिन गहराता जरूर जा रहा है. जलवायु परिवर्तन जिस तरह हो रहा है, ये इसे और भी गंभीर बना सकता है