IAS Success Story: दोस्तों देश का सबसे कठिन एग्जाम का दर्जा सिविल सेवा (UPSC) को ही दिया गया है. और बहुत स्टूडेंट ऐसे होते है. जो बचपन से ही इस कठिन एग्जाम को अपना लक्ष्य बना लेते है. और इसकी तैयारी में हमेशा लगे रहते है. और कड़ी मेहनत के साथ एक ही प्रयास में सफलता हासिल करते है. ऐसे ही कुछ कहानी है. IPS से IAS अफसर बनने वाले विजय वर्धन(Vijay Vardhan) की.
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IAS Success Story: आईएएस विजय वर्धन(Vijay Vardhan) मूल रूप से हरियाणा के निवासी है. जिन्होंने एक दो बार नही बल्कि 34 बार अलग अलग एग्जाम दिए लेकिन उन्हें सभी एग्जाम में असफलता ही मिला. फिर भी उन्होंने हर न मानकर 35 वी बार UPSC के एग्जाम में सामिल हुए और उन्हें 35 वी प्रयास में सफलता प्राप्त हुई.
IAS Success Story: विजय बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज रहे है. उन्होंने अपनी सुरुआती पढाई अपने गाँव के विद्यालय से ही किये है. जिसके बाद विजय ने हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढाई पूरी कर B.Tech की डिग्री हासिल किये. जिसके बाद विजय वर्धन(Vijay Vardhan) सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए दिल्ली गए.
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IAS Success Story: जिसके प्रश्चात विजय(Vijay Vardhan) ने PCS, UPSC, SSC, और सीजीएल सहित ऐसे ही 30 कठिन परीक्षाओ में सामिल हुए. परन्तु उन्होंने इस सभी में से किसी भी परीक्षाओ में सफलता हासिल नही कर सके. किन्तु उन्होंने फिर भी अपना विस्वास कायम रखा. और आगे भी एग्जाम दिए वर्ष 2014 में उन्होंने प्रथम बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुए.
IAS Success Story: किन्तु उन्हें सफलता नही मिली. जिसके बाद उन्होंने लगातार 4 बार इस एग्जाम में सामिल हुए परन्तु उन्हें चारो बार असफलता ही मिली. जिसके प्रश्चात विजय वर्धन(Vijay Vardhan) ने 2018 में फिर से UPSC की एग्जाम में सामिल हुए.
IAS Success Story: और इस बार उन्होंने आल इंडिया में 104 रैंक हासिल कर IPS बन गए. लेकिन विजय वर्धन का लक्ष्य आईपीएस बनना नही था.उनका लक्ष्य IAS बनना था. जिसके बाद विजय फिर से सिविल सेवा के एग्जाम में सामिल हुए और सफलता हासिल कर IAS बन गए.