आपसे एक सवाल किया जाए कि गर्मी के मौसम में किस तरह का पानी पीना पसंद करेंगे आप? नार्मल पानी या फिर नींबू पानी? शायद अधिकतर लोगों का जवाब होगा कि इस तपती धूप में नींबू पानी सेहत के लिए सही रहेगा।
खैर, जहां सडकों पर नींबू पानी पसंद किया जाता है, वहीं भारतीय घरों में नींबू पानी के अलावा कई अन्य डिश में भी नींबू का नियमित तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन, हर बार नींबू खरीदने के लिए बाज़ार जाना भी ठीक नहीं है। कई नींबू ऐसे भी होते हैं जो केमिकल के द्वारा उगाए जाते हैं, जो हेल्थ के लिए हानिकारक भी होते हैं।
ऐसे में आप बाज़ार न जाकर घर पर गमले में आसानी से रसीले नींबू उगा सकती हैं।
कुछ मेहनत और सेहत से भरपूर आप आसानी से नींबू उगा सकती हैं और वो भी केमिकल फ्री। इसके लिए आपको कुछ समानों की ज़रूर भी होगी। तो चलिए इस लेख में जानते हैं कि कैसे आसानी से गमले में नींबू का पौधा लगा सकते हैं।
सामग्री की ज़रूरत
- बीज
- गमला
- खाद
- मिट्टी
- पानी
बीज का करें सही चुनाव
किसी भी फूल, सब्जी या किसी अन्य चीज को गमले में उगाना है, तो बीज का सही होना बहुत ज़रूरी है।
अगर बीज सही नहीं होगा तो आप न ही फूल, सब्जी या किसी अन्य चीज को गमले में उगा सकती हैं।
इसलिए, नींबू उगाने के लिए सबसे पहले आप उसके बीज का चुनाव सही से करें। बीज खरीदने के लिए आप किसी बीज भंडार भी जाकर खरीद सकती हैं।
कई लोग ऐसे भी होते जो नींबू के छोटे-छोटे पौधे खरीदार भी लगाते हैं। तो, आप ये चुनाव कर लीजिए कि बीज लगाना है या फिर गमले में छोटे-छोटे पौधे लगाना। आसन रहेगा आप गमले में छोटे-छोटे पौधे ही लगाएं।
नींबू का पौधा खरीदने के बाद आप गमला तैयार करें। गमले में आप मिट्टी को डालें और उसे एक से दो बार अच्छे से खुरेंच दीजिये। खुरेंचने से मिट्टी सॉफ्ट होगा। इससे नींबू का जड़ मजबूत होगा और पैदावार भी अच्छी होगी।
गमले में मिट्टी तैयार करते समय आप मिट्टी में खाद को भी मिलाना कतई नहीं भूलें। जब खाद किसी भी पौधे के जड़ तक पहुंचता है, तो फसल की पैदावार अच्छी होती हैं।
इससे पौधे के विकास में भी काफी मदद मिलती है। लेकिन, आप पौधे के लिए हमेशा ही किसी प्रकृतिक खाद का ही इस्तेमाल करें। जैसे-गया, भैंस आदि का गोबर या फिर जैविक खाद, कम्पोस्ट खाद को भी पौधे में डाल सकते हैं।
रासायनिक खाद कभी भी पौधे को ख़राब कर सकते हैं।
समय-मसय पर गमले में उगे अतिरिक्त खर-पतवार की सफाई करना भी बहुत ज़रूरी है। कभी-कभी जंगली घास या खर-पतवार पौधे को नष्ट कर देते हैं।
ऐसे में आप गमले में उगे जंगली घास की भी सफाई नियमित समय पर करते रहे। लगभग चार से पांच महीने बाद पौधे में नींबू होने लगते हैं। नींबू होने के बाद आप उसे पकने के लिए भी छोड़ सकती हैं या फिर कच्चा नींबू भी इस्तेमाल कर सकती हैं।