IAS Manoj Kumar Rai – हम आए दिन यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास करने वाले प्रतिभागियों की प्रेरणादायक कहानियाँ और उनके इंटरव्यू पढ़ते व सुनते रहते हैं।
इस अत्यंत कठिन परीक्षा को पास करने वाले कई ऐसे भी व्यक्ति होते हैं जो स्वयं बहुत गरीब परिवार और बिना किसी सुविधा के कड़ी मेहनत के बल पर ख़ुद ही तैयारी करके पास होते हैं।
तमाम संघर्षों का सामना करके अपने जीवन में सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते हैं और सही मायने में वही लोग सिविल सेवा के क्षेत्र में बेहतर ढंग से काम कर सकते हैं जिन्होंने स्वयं अभावों को महसूस किया हो।
आज हम ऐसे ही एक शख़्स की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जो सड़क पर रेहड़ी लगाने का काम करते थे और दफ्तरों में झाड़ू पोछा भी किया,
लेकिन पढ़ाई नहीं छोड़ी। फिर जब उन्होंने यूपीएससी (UPSC) जैसी मुश्किल परीक्षा को पास किया तो लोगों ने सुनकर दांतों तले उंगलियाँ दबा ली थीं।
इनकी मेहनत और संघर्ष की कहानी से सभी छात्रों को सीख मिलती है कि हम चाहे कितने भी अभावों में क्यों ना जी रहे हों,
कड़ा परिश्रम किया जाए तो कामयाबी अवश्य मिलती है। ठीक उसी तरह से जैसे रेहड़ी पर अंडे बेचने वाले मनोज कुमार रॉय (IAS Manoj Kumar Rai) ने मेहनत का पसीना बहा कर IAS ऑफिसर बने।
अंडे और सब्जी बेचने वाला व्यक्ति आईएएस ऑफिसर बनकर कर दिखा सकता है तो हम भी बन सकते हैं। ज़रूरत है तो सिर्फ़ लगन और मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति से प्रयास करने की।