देश की सर्वोच्च परीक्षा, जिससे कठिन किसी भी परीक्षा को नहीं माना जाता है वह है UPSC की परीक्षा।
इस कठिनतम परीक्षा को एक नेत्रहीन लड़की ने उत्तीर्ण किया और केवल उत्तीर्ण ही नहीं बल्कि वह टॉपर बनी
और देश की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस बनकर नई मिसाल क़ायम कर दिया।
प्रांजल महाराष्ट्र के उल्हानपुर की निवासी हैं। प्रांजल जब 6 साल की थी तो एक हादसे ने उनकी आँखों की रौशनी छीन ली।
क्लास में पढ़ते समय उनके सहपाठी ने उनकी आंखों में पेंसिल घोप दी थी, जिसके कारण उनकी आँखों में इंफेक्शन फैल गया
और उन्होंने अपनी आंखों की रौशनी खो दी। इस हादसे के बावजूद उन्होंने ख़ुद को कभी किसी से कम नहीं समझा
न ही उनके परिवार ने उनका साथ छोड़ा, प्रांजल ने ब्रेल लिपि और ऑडियो द्वारा अपनी सारी पढ़ाई पूरी करी।
अगले साल उन्होंने परीक्षा दी और 124वीं रैंक हासिल किया। उनके हौसले और प्रतिभा ने सभी की ज़ुबान पर ताला लगा दिया।
प्रशिक्षण के दौरान उन्हें एर्नाकुलम सहायक कलेक्टर पद पर नियुक्ति मिली, जिसके पश्चात अब वे केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में सब कलेक्टर के रूप में कार्यभार सम्हाल रहीं हैं।