दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश की तीन लड़कियां. होटल, सैलून में काम करने वाली प्रोफेशनल्स. लॉकडाउन के दौरान नौकरी चली गई थी. अपने लिए नौकरी की तलाश में थीं.
तभी एक ऑफर आया. बेंगलुरु से. कहा गया, काम करना है रिसेप्शनिस्ट इत्यादि के तौर पर. फ्लाइट की टिकट भी बुक कर दी गईं, लेकिन जब तीनों लड़कियां वहां पहुंचीं, तो सच्चाई कुछ और ही निकली.
क्या है पूरा मामला?
बैंगलोर मिरर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, दिव्या और पूजा नाम की दो महिलाओं ने 21 से 27 साल की उम्र की तीनों लड़कियों से कॉन्टेक्ट किया.
कहा कि ऑफिस में फ्रंट डेस्क पर जॉब दिलवाएंगी. सैलरी भी अच्छी होगी. पुलिस के मुताबिक़, इन लड़कियों के बेंगलुरु आने के लिए टिकट भी बुक किए गए.
जब लड़कियां बेंगलुरु पहुंचीं तो उन्हें एक अपार्टमेंट में ले जाया गया. मल्लाथाहल्ली के पास. पुलिस के मुताबिक़, वहां और लड़कियां भी थीं. उसके अगले दिन लड़कियों को ऑफिस के बहाने ले जाया गया.
लेकिन गांधीनगर के एक बार में छोड़ दिया गया. उनके साथ आई महिलाओं ने, जिन्होंने नौकरी का वादा किया था, तीनों लड़कियों से कहा कि वो शराब में धुत्त लोगों के सामने नाचें.
जब लड़कियों ने मना कर दिया, तो उनसे कहा गया कि उन पर जो पैसा खर्च हुआ है, उसे लौटाना होगा. रिपोर्ट के अनुसार तीनों से तकरीबन दो लाख रुपए मांगे गए. इसमें फ्लाइट की टिकट, खाने और रहने पर हुआ खर्चा बताया गया.