हमारे देश के वैज्ञानिक नई-नई खोज करते रहते हैं, ना सिर्फ़ चिकित्सा और विज्ञान के क्षेत्र में बल्कि आज हर क्षेत्र में हम आगे हैं। इसी प्रकार से जहाँ खेती के लिए पहले पुराने तरीके ही उपयोग में लाए जाते थे वहीं अब नए-नए तरीकों से खेती की जा रही है और इसके साथ ही कृषि में कई प्रकार के शोध और अनुसंधान किए जा रहे हैं, जिससे किसानों को बहुत फायदा मिल रहा है।
ऐसी ही एक खोज की है डॉ. आनंद बहादुर सिंह ने, उन्होंने वाराणसी के शहंशाहपुर में भारतीय किसानों ने अनुसंधान संस्थान में शोध करके ग्राफ्टिंग टेक्निक से इस प्रकार के पौधे उगाये हैं, जिसमें 2 भिन्न-भिन्न तरह की सब्जियाँ एक पौधे में उगाई जा रही हैं, जैसे कि आलू और बैंगन एक पौधे में अथवा टमाटर और बैंगन एक पौधे में उगाये जा रहे हैं।
ऐसे लोगों के लिए यह तकनीक बहुत कारगर है, यही कारण है कि ग्राफ्टिंग टेक्निक शहरी लोगों को भी आकर्षित कर रही है। भारतीय सब्जी अनुसंधान के डायरेक्टर जगदीश सिंह का बताते हैं कि ग्राफ्टिंग टेक्निक्स से किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा और साथ ही उनकी कमाई भी होगी।
जिन लोगों के पास जगह कम है वे लोग भिन्न-भिन्न सब्जियाँ थोड़े स्थान में ही होगा पाएंगे।