बिहार की राजधानी पटना की वायु गुणवत्ता देश के शहरों में सबसे खराब वाली स्तर में गिनी जाती है | बता दे की इस समस्या को बिहार सरकार बहुत खास रूप से देखती है | और इस प्रदुषण को हमेशा कम करने पर जोर देती है | ऐसे में राज्य सरकार ने पटना में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठाने का फैसला लिया है। इसी के तहत राजधानी पटना में डीजल के बसों के बजाय सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाने का निर्णय लिया गया था। बता दे कि जितने भी डीजल से चलने वाली पुरानी बस है | उससे अधिक प्रदुषण फैलता है | अब सरकार का आदेश है की उन सारी बसों को cng बस में तब्दील कर दिया जाए |
50 से अधिक नई CNG बसें भी मिलेगा पटना को : बताया जा रहा है की इतना हिन्ब नहीं इसके अलावा 75 नई सीएनजी बसें भी जल्द ही परिवहन निगम को मिल जाएंगी। सीएनजी बसों को खरीदने के लिए टेंडर निकाला जा चुका है। अभी सिटी बस सेवा के तहत 120 बसें चल रही हैं। इसमें 70 सीएनजी और 50 डीजल वाली बसें हैं। पुरानी डीजल बसों को सीएनजी में बदलने करने का काम पूरा कर लिया गया है। डीटीओ के अधिकारी श्रीप्रकाश का कहना है कि जल्द ही इन्हें बस मालिकों को सौंप दिया जाएगा। इसके अलावा 75 नई सीएनजी बसें भी राजधानी को मिलेंगी। और डीजल वाली बसें को cng में किया जाएगा कन्वर्ट |
होली तक दौड़ने लगेगी रोड पर बसें : बता दे कि राजधानी पटना के चिड़ियाँ घर (संजय जैविक उधान) बेली रोड में चलने वाली आधी से अधिक बसें cng रहती है | जो की नब धीरे-धीरे पूरा शहर में देखने को मिलेगा | अब अन्य बसों के बदले नई सीएनजी बसें आ रही हैं। मार्च के अंत तक सभी सीएनजी बसें चलने लगेंगी। दरअसल, पर्यावरण संरक्षण के लिए डीजल मुक्त गाड़ियों का संचालन होना है। सीएनजी बसों के अलावा अभी 25 इलेक्ट्रिक बसें भी चल रही हैं। वहीं, निजी बसों को सीएनजी में बदलने के लिए अनुदान दिया जा रहा है।