महामारी के बाद रेलवे ने श्रद्धालुओं को दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों का दर्शन कराने के लिए आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन चलाने का एक बड़ा ऐलान किया है. समस्तीपुर रेलमंडल के जयनगर स्टेशन से 14 दिनों की यात्रा के लिए 29 जनवरी को यह ट्रेन तीर्थ स्थलों के लिए खुलेगी. IRCTC (भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम) ने श्रद्धालुओं के लिए सब्सिडी के तहत काफी कम बजट में यात्रा कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. ट्रेन में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी व्यवस्था की गई है. यह आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन श्रद्धालुओं को तीर्थ स्थलों का दर्शन कराने के लिए काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
29 जनवरी को जयनगर से खुलेगी आस्था स्पेशल : आपको बता दे की बिहार में श्रद्धालुओं के विशेष मांग पर आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन चलाने की आईआरसीटीसी ने योजना बनाई है. आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि यह ट्रेन दिनांक 29 जनवरी 2022 को जयनगर से 7 बजे सुबह प्रस्थान करेगी और मधुबनी ,दरभंगा ,समस्तीपुर, मुज़फ्फरपुर, हाजीपुर पटना,बख्तियारपुर, बिहारशरीफ,राजगीर, गया, कोडरमा और धनबाद के यात्रियों को तीर्थ स्थलों का दर्शन कराते हुए यह ट्रेन 11 फरवरी को लौट आएगी.
दक्षिण भारत के मल्लिकार्जुन ज्योति लिंग सहित कई तीर्थ स्थलों का श्रद्धालु करेंगे दर्शन : खास बात यह है की रेलवे ने आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन से 14 दिनों के अंदर यात्रियों को दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों का दर्शन कराने पूरा खाका तैयार किया है. इस बार मल्लिकार्जुन ज्योति लिंग का भी दर्शन कराने की योजना बनाई गई है. इसके अलावा श्रद्धालुओं को रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर, मदुरई में मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी में कन्याकुमारी टेम्पल और विवेकानंद रॉक, वहीं त्रिवेंद्रम में पदमाननस्वामी टेम्पल और अंत मे मल्लिकार्जुन टेम्पल के साथ पुरी के जगरनाथ टेम्पल का दर्शन कराया जाएगा.
आस्था स्पेशल ट्रेन की पूरी यात्रा 13 रात और 14 दिनों की होगी : बताते चले की रेलवे तीर्थ स्थलों का यात्रियों को दर्शन कराने के बाद आस्था सर्किट स्पेशल ट्रेन 6 फरवरी को चल कर 11 फरवरी को लौट आएगी. यह पूरी यात्रा 13 रात और 14 दिनों की होंगी और इसका कुल किराया सब्सिडी के तहत 13230 रुपये रखा गया है.