अमन पांडे ने कंपनियों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने वाले गूगल कंपनी के एंड्रॉइड प्रोडक्ट में 300 गलतियां खोजी हैं। खास बात यह है की इसके लिए गूगल ने तोहफे के तौर पर इनाम दिया है। अमन पांडे, जिन्होंने एनआईटी, भोपाल से बी.टेक किया है, जनवरी 2021 कंपनियों की तकनीकी कमजोरियों का पता लगाने के लिए और कंपनियों को सूचित करने के लिए इंदौर में बग्स मिरर नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया था।
आपको बता दे की अमन का कहना है कि गूगल हर साल अपने प्रोडक्ट्स में बग्स तलाशने के लिए ऐसा प्रोग्राम चलाता है। हाल ही में गूगल ने अपने 2021 प्रोग्राम के बारे में जानकारी जारी की है। गूगल ने अपनी सभी सेवाओं में बग की रिपोर्ट करने के लिए 87 लाख डालर का इनाम दिया है। इसमें एंड्राइड वल्नरेबिलिटी रिवार्ड प्रोग्राम (VRP) भी शामिल है। इसमें दुनिया भर से मेरे जैसे लगभग 100 तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया। इन सभी विशेषज्ञों को गूगल की ओर से 65 करोड़ रुपये का इनाम दिया गया है। गूगल ने अपने ब्लॉग में यह भी उल्लेख किया है कि हमने सबसे अधिक बग खोजे हैं। इसके लिए गूगल ने हमें आर्थिक मदद दी है। अभी तक हमारी कंपनी कुछ लाख रुपये की थी लेकिन अब यह करोड़ों रुपये हो गई है।
कालेज के समय से रुचि : जानकारी के लिए बता दे की अमन झारखंड का रहने वाला है और इंदौर से अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहता है। इस बारे में उनका कहना है कि इंदौर में बैंगलोर और अन्य शहरों की तुलना में बेहतर वातावरण है। यहां स्टार्टअप्स के लिए काम करने की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि जब मैं कालेज के फर्स्ट ईयर में था तो मुझे एक ऐसा ऐप मिला था, जिसके जरिए किसी की लोकेशन ट्रेस की जा सकती थी। यहां से मैंने सोचा कई कंपनियों और लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि वे जिस ऐप को चला रही हैं उसमें कई खामियां हैं। इन कमियों को दूर करने के लिए स्टार्टअप शुरू किए गए हैं। अमन का कहना है कि हम Google, Apple, Samsung और कई कंपनियों के उत्पादों की सुरक्षा में सुधार के लिए काम करते रहते हैं।