अब बिहार की राजधानी पटना से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और शाहाबाद का रास्ता तय करना काफी आसान हो जाएगा. कोईलवर में बन रहे नए पुल (Koilwar Bridge) की दूसरी लेन बनकर लगभग तैयार हो चुकी है. बता दे की अगले महीने तक इसका निर्माण पूरी तरह पूर्ण होने की उम्मीद है. वहीं कहा जा रहा है कि मार्च या अप्रैल तक इस पुल का उद्घाटन (Koilwar Bridge Inauguration) किया जा सकता है. पुल के शुरू होने के बाद इसपर गाड़ियों का आवागमन तेजी से होगा. बता दें कि कोईलवर पुल के एक लेन का उद्घाटन 10 दिसंबर 2020 को हुआ था. दक्षिण हिस्से का लेन चालू होने के बाद उत्तर की ओर तीन लेन सड़क पुल का काम लगातार चलता रहा.
आपको बता दे की कोईलवर अब्दुलबारी सिद्दीकी पुल के उत्तर में ही समानांतर 1.528 मीटर लंबे व 30 मीटर चौड़े 30 सिक्स लेन पुल के निर्माण किया गया है. इस नवनिर्माण पुल का शिलान्यास 22 जुलाई 2017 को आरा के क्षेत्रीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने किया था. पटना से दक्षिण बिहार समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों को सीधे सड़क मार्ग से जोड़ने के कारण यह पुल इस इलाके के लिए लाइफ लाइन है.
बताया जा रहा है की इसके अलावा नए पुल पर आवागमन शुरू होने से पुराने अब्दुलबारी सिद्दीकी पुल पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा. साथ ही पुराने पुल की जर्जर हो चुकी सड़क को भी बनाने में मदद मिलेगी. मार्च के बाद इस लेन के शुरू होने से लोग पटना से आरा की तरफ जा सकेंगे. छह लेन पुल के एक लेन की कुल चौड़ाई 16 मीटर है. इसमें 13 मीटर में वाहन चलेंगे और डेढ़ मीटर पैदल चलने के लिए फुटपाथ रहेगा. पुल सह एप्रोच रोड बनाने में 825 करोड़ खर्च किया जा रहा है.
बिहार में कई पुलों का किया जा रहा निर्माण : जानकारी के लिए बता दे बिहार में 18 बड़े पुलों (Bihar Bridge) का निर्माण किया जा रहा है. इस परियोजना पर लगभग 27 हजार करोड़ खर्च किए जाएंगे. महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बन रहे चार लेन ब्रिज का निर्माण कार्य मार्च 24 में पूरा करने का लक्ष्य है. इस पर 2926 करोड़ खर्च हो रहे हैं. सुपौल के परसरमा में कोसी नदी पर 1102 करोड़ की लागत से पुल बन रहा है जिसे अगस्त 2023 में बनाने का लक्ष्य रखा गया है.