apanabihar.com2 29

बिहार के रेल यात्रियों के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर है. बता दे की मालदा रेल मंडल में जमालपुर-रतनपुर स्टेशन के बीच राज्य की दूसरी नई रेल सुरंग में ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया है. ये रेल सुरंग बिहार की दूसरी रेल सुरंग है. 157 वर्षों के बाद बिहार को ये तोहफा दिया गया है. नई रेल सुरंग को काफी आधुनिक तरीके से बनाया गया है. इस ट्रैक पर 130 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन चलाई गई जिसके बाद से सुरंग से ट्रेनों का परिचालन किया गया. नए सुरंग से अप ट्रेने और पुराने सुरंग से डाउन ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है.

आपको बता दे की अब तक इस रूट पर दो किलोमीटर तक सिंगल लाइन पर ट्रेनें चला करती थी. दोनों सुरंग से ट्रेन परिचाल शुरू होने के बाद यात्रियों को काफी राहत मिली है. अभी तक कुछ दूरी तक डबल लाइन नहीं होने के कारण ट्रेनों को रतनपुर या फिर जमालपुर में रोकना पड़ता है, ऐसे में 15 से 20 मिनट तक ट्रेनें कभी फंस जाती हैं. सुरंग चालू होने के बाद यात्रियों को इससे छुटकारा मिला है. इस सुरंग के चालू हो जाने से इस रूट पर सभी ट्रेन अब समय पर चलेगी इससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी नहीं होगी. मालूम हो की जमालपुर और भागलपुर के इस रूट पर 24 घंटे में लगभग 100 ट्रेनें गुजरती है जिसमें मालगाड़ी भी शामिल है.

मीडिया रिपोर्ट की माने तो नई सुरंग की चलते इस रूट से पहली राजधानी एक्सप्रेस चलाने की हरी झंडी मिली है. जल्द ही नई सुरंग होकर अगरतला-आनंद विहार टर्मिनल तेजस राजधानी का परिचालन शुरू होने की संभावना है. नई सुरंग से ट्रेनों और मालगाडिय़ों को भी नई गति मिलेगी. भागलपुर-जमालपुर रेल खंड के बीच उत्पन्न ट्रैफिक व्यवस्था अब दुरूस्त हो गई है. इससे रेलवे के राजस्व को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी.

नई सुरंग अंग्रेजों द्वारा बनाई गई सुरंग की तुलना में काफी आधुनिक है. इस सुरंग की लंबाई 903 फीट तथा ऊंचाई लगभग 20 फीट है. सुरंग निर्माण के लिए न्यू आस्ट्रेलियन टेक्नोलाजी का इस्तेमाल किया गया है. पुरानी सुरंग से नई सुरंग की लंबाई लगभग 210 फीट ज्यादा है.

जानकारी के लिए बता दे की पुराने सुरंग का निर्माण कार्य 1861 शुरू हुआ और 1865 में संपन्न हुआ. नई सुरंग निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ 2022 में पूरा हुआ. नई सुरंग की लंबाई 341 मीटर और चौड़ाई सात मीटर है. नई सुरंग की ऊंचाई 6.180 मीटर है. नई सुरंग से 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलेगी.

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 5 years.