बिहार से विभिन्न राज्यों की तेज कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य कर रही है. इसी क्रम में अब बनारस से कोलकाता के बीच 600 किमी लंबे नए एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जाएगा जो बिहार और झारखंड के कई जिलों से गुजरेगा. खबरों की माने तो यहा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे 8 लेन का होगा जिससे उत्तर प्रदेश से बिहार, झारखंड और बंगाल के बीच तेज कनेक्टिविटी मिलेगी. इस आठ लेन के एक्सप्रेसवे के बनने से वाराणसी से कोलकाता की दूरी महज 6 से 7 घंटे में पूरी होगी.
आपको बता दे की काशी-कोलकाता नए एक्सप्रेसवे बिहार में करीब 159 किमी तक होगी जो कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया होकर बंगाल में प्रवेश करेगी. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से चंदौली, भभुआ, सासाराम, औरंगाबाद, बोकारो, रांची, पुरुलिया को अच्छी कनेक्टिविटी मिलेगी. यहां यह भी बता दें कि बिहार से होकर पटना कोलकाता और गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे भी प्रस्तावित है.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बनारस-कोलकाता एक्सप्रेसवे रूट में बिहार में सबसे ज्यादा कैमूर में 52 किमी, रोहतास में 36 किमी, औरंगाबाद में 38 किमी और गया में 33 किमी के करीब होकर सड़क गुजरेगी. इसके बन जाने से जहां यातायात बेहद सुगम हो जाएगा वहीं इसके साथ व्यापारियों को भी बड़ा फायदा होगा. इसके निर्माण के लिए बिहार में करीब 1757 हेक्टेयर का अधिग्रहण होगा जिसमें 1894 करोड़ खर्च आएगा.
खास बात यह है की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारत माला प्रोजेक्ट्स के तहत बिहार में सड़कों का जाल बिछाने के लिए लगातार कई प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखा रहे हैं. बता दें कि दरभंगा से औरंगाबाद के बीच नए एक्सप्रेस वे का निर्माण होना है. दरभंगा-आमस एक्सप्रेस वे नए 8 लेन एक्सप्रेसवे से औरंगाबाद में मिलेगा. औरंगाबाद के मदनपुर से शुरू होने वाली ये फोरलेन सड़क गया एयरपोर्ट के बगल से होते हुए जीटी रोड को भी संपर्कता प्रदान करेगी.