दिन-प्रतिदिन सभी व्यक्तियों का रूझान खेती की तरफ बढ़ता नज़र आ रहा है। युवा पीढ़ी उच्च शिक्षा ग्रहण कर खुद का व्यवसाय शुरू करने और खेती करने की चाहत रख रही है।

इन्हीं युवाओं में से एक हैं, झांसी की निवासी “गुरलीन चावला”, जिन्होंने लॉ ग्रेजुएट की उच्च शिक्षा ग्रहण करने बाद खेती को व्यवसाय बनाया और बंजर पड़ी ज़मीन में खेती कर सफलता हासिल की।

उनकी खेती की तारीफ़ हमारे प्रधानमंत्री ने “मन की बात” में की है।

गुरलीन चावला का परिचय

23 वर्षीय गुरलीन चावला (Gurleen Chawala) लॉ ग्रेजुएट हैं। वह बगीचे की बहुत शौकीन हैं इसलिए उन्होंने अपने घर पर लॉकडाउन में हुई छुटियों के दौरान स्ट्रॉबेरी का पौधा लगाया।

उनकी यह छोटी शुरुआत सफल हुई। उनकी कामयाबी को देख उनके पिता ने उनका समर्थन किया और उन्हें खेती के लिए 4 एकड़ भूमि दिया।

हालांकि वह बुंदेलखंड की ज़मीन बंजर थी, जिस कारण वहां कोई फसल नहीं उगाई जाती थी।

वेबसाइट द्वारा कर सकते हैं ऑर्डर

उन्होंने वेबसाइट का निर्माण किया जिसके द्वारा सभी उनकी स्ट्रॉबेरी ऑनलाइन खरीद सकते हैं। अगर आप भी चाहे तो “झांसी ऑर्गेनिक्स” द्वारा उनके फल अपने घर मंगा सकते हैं।

वह सिर्फ फल ही नहीं बल्कि सब्जियों को भी उगा रही हैं। उनके स्ट्रॉबेरी की बिक्री प्रतिदिन 30 हज़ार रुपये हो रही है।

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