बिहार में बेटियों को शिक्षित करने के लिए नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) लगातार जरूरी कदम उठा रही है। यही वजह है बिहार के मुख्यमंत्री ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए बिहार के सभी 38 जिलों में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कन्या 10+2 आवासीय विद्यालय खोलने के निर्देश अधिकारियों को दिए। आपको बता दे की बिहार में स्नातक उत्तीर्ण 53 हजार 600 छात्राओं को प्रोत्साहन राशि के लिए शिक्षा विभाग के 134 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को वित्त विभाग से हरी झंडी मिल गई है। बताया जा रहा है की जल्द ही प्रोत्साहन राशि इन छात्राओं के बैंक खाते में जाएगी। प्रोत्साहन राशि सरकारी के साथ ही वित्त रहित मान्यता प्राप्त कॉलेजों से 2018 के बाद स्नातक पास छात्राओं को दी जाएगी।
जानकारी के लिए बता दे की बिहार के वीर कुंवर सिंह, जयप्रकाश नारायण और मगध विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण तीनों विवि के मान्यता प्राप्त कॉलेजों की छात्राओं का सत्यापन नहीं हो पाया है। शिक्षा विभाग ने तीनों विश्वविद्यालयों की लापरवाही को गंभीरता से लिया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमार ने इस विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को राज्य उच्च शिक्षा परिषद की बैठक में तलब किया है। उच्च शिक्षा निदेशक ने कहा कि उन्हें हाथों-हाथ सत्यापन करवाकर देना होगा, नहीं तो उन पर कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत स्नातक पास सभी कोटि की छात्राओं को राज्य सरकार के कल्याण विभाग द्वारा एक मुस्त 25000 रुपये की राशि दी जाती है। हालांकि एक अप्रैल 2021 के बाद स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं के लिए योजना की राशि दोगुनी यानी 50 हजार मिलनी है।
आपको बता दे की इस बार करीब 4 लाख 12 हजार से ज्यादा इंटर पास अविवाहित लड़कियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा। वहीं 1 लाख 24 हजार ग्रेजुएट छात्राओं को भी 50-50 हजार रुपये की राशि भुगतान प्रदेश सरकार करेगी।