पाम ऑयल (Palm oil) की भारत में चर्चा तेज हो चुकी है. सरकार किसानों से कह रही है कि पाम ऑयल (Palm oil) की खेती करें ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिले. यहां तक कि सरकार पाम ऑयल (Palm oil) की खेती के लिए सब्सिडी दे रही है. जानकारी के लिए बता दे की सरकार पौधे से लेकर फसल के बिकने तक, कई तरह की सब्सिडी किसानों को दे रही है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि पाम ऑयल (Palm oil) क्या है? इसकी खेती कैसे कर सकते हैं और कैसे ये तेल दूसरे तेलों के मुकाबले बेहतर है.
क्या है पाम ऑयल?
आपको बता दे की सरसों और सूरजमुखी की तरह ही पाम ऑयल (Palm oil) एक वनस्पति यानी खाना बनाने में काम आने वाला तेल है. यहां तक कि कई उद्योगों में भी पाम ऑयल का इस्तेमाल होता है. नहाने वाले साबुन में भी पाम ऑयल (Palm oil) मिलाया जाता है. पाम का तेल ताड़ के पेड़ के बीजों से निकाला जाता है. इस समय खाना बनाने वाले तेल के रूप में पाम ऑयल (Palm oil) का इस्तेमाल बढ़ रहा है क्योंकि इसमें कोई महक नहीं होती. हर तरह का खाना बनाने में पाम ऑयल (Palm oil) इस्तेमाल कर सकते हैं. फिलहाल दुनियाभर में 9 करोड़ टन के आसपास पाम ऑयल (Palm oil) तेल पैदा होता है.
सरकार ने शुरू किया नेशनल मिशन-एडिबल ऑयल
केंद्र सरकार ने नेशनल मिशन-एडिबल ऑयल शुरू किया है, जिसका मकसद है 2025-26 तक पाम ऑयल (Palm oil) के प्रोडक्शन को तीनगुना करना है. फिलहाल हम साउथ ईस्ट एशिया से पाम ऑयल का निर्यात करते हैं.
नंबर वन है इंडोनेशिया?
पाम तेल (Palm oil) उत्पादन में इंडोनीशिया दुनिया में नंबर एक पर है और दूसरे नंबर पर मलेशिया का नंबर आता है. कुछ अफ्रीकी देशों में भी इसका उत्पादन होता है. खाने वाले तेलों के मामले में भारत के आयात का दो तिहाई हिस्सा केवल पाम ऑयल (Palm oil) का है. भारत सालाना करीब 90 लाख टन पाम ऑयल (Palm oil) का आयात करता है. सरकार चाहती है कि भारत के किसान पाम ऑयल (Palm oil) की खेती करें ताकि खाने के तेल का आयत न करना पड़े.
सरसों के मुकाबले तीन गुना उत्पादन
भारत में अधिकतर लोग सरसों का तेल खाते हैं. एक हेक्टेयर में जितना सरसों का तेल पैदा होता है, उतनी ही जगह में तीन गुना पाम ऑयल (Palm oil) मिल सकता है. कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में बताया कि देश में 9 लाख हेक्टेयर जमीन ऐसी है, जहां पाम ऑयल (Palm oil) की खेती की जा सकती है. सरकारी जल्द ही ऐसी जगहों को चिह्नित करते पाम ऑयल (Palm oil) की खेती शुरू करेगी. इसके लिए ICAR ने रिपोर्ट बनाई थी, जिस रिपोर्ट के आधार पर ये सारा काम किया जा है. अब बस किसानों को प्रमोट किया जाएगा ताकि खेती शुरू की जा सके.