हर क्षेत्र में अपनी काबलियत के बलबूते पहचान बनाने के बावजूद जिन लोगों को लगता है कि महिलाओं का दायरा केवल घर की चारदीवारी तक ही सीमित होना चाहिए. उन्हें मणिपुर की रहने वाली राजकुमारी बिनिता देवी से मिलना चाहिए. इंफ़ाल के मोइरंग कम्पू गांव में रहने वाली 50 वर्षीय बिनीता न सिर्फ़ मशरूम की खेती कर रही है, बल्कि हर महीने लाखों रुपए की कमाई के साथ दूसरों को रोजगार भी दे रही हैं.
1.5 लाख रुपए है महीने की कमाई
बिनिता 6 तरह के मशरूम उगाती हैं!
ANI के मुताबिक बिनिता 6 तरह के मशरूम उगाती हैं और आचार, चिप्स, कुकीज़ बनाकर बाजार में बेचती हैं. इससे उन्हें हर महीने करीब 1.5 लाख रुपए की कमाई हो जाती है. बिनीता लोगों को मशरूम की खेती करने का हुनर भी सिखाती हैं. इलाके भर के लोगों के लिए वो एक आदर्श किसान हैं. वो बताती हैं कि वो मशरूम कल्टीवेशन में 50 रुपए खर्च होते हैं. इसमें स्ट्रॉ, मशरूम के बीच, दवाइयां, लेबर चार्ज आदि शामिल है..
कैसे होती है मशरुम की खेती?
इसके लिए जगह की ज़्यादा ज़रुरत नहीं होती. आज के समय में वर्टीकल फ़ार्मिंग के ज़रिए कम जगह के साथ ज़्यादा से ज़्यादा खेती की जा सकती है. मशरुम की खेती के लिए मिट्टी की ज़रूरत नहीं होती. इसमें कम्पोस्ट डालनी पड़ती है. यानी ऑर्गनिक खाद. बता दें, आज से कई साल पहले आप किसी से मशरूम के बारे में पूछते, तो कम ही लोगों को इसके बारे में पता होता था. लेकिन, आज यही मशरूम भारत के हर घर में खाया जाता है. अगर बात इसकी खेती की करें, तो वो भी अपने आप में ख़ूब कमाई देती है.