स्मार्ट मीटर लगाने की रीत जब चली तो देखा गया के लोगों के घरों के अंदर स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इसके अलावा कुछ उपभोक्ता ऐसे निकले जो स्मार्ट मीटर लगवाने से इंकार कर रहे हैं। मीटर लगने से इंकार का कारण उपभोक्ताओं ने बताया मीटर में जंपिंग रीडिंग की दिक्कत आती है बिजली का इस्तेमाल न करने के बाद भी बैलेंस कट जाता है । बिजली कंपनियों का कहना है घर के अंदर मीटर लगने के कारण नेटवर्क की गड़बड़ी होती है और बैलेंस अधिक कटता है, अब बीएसएनएल सिम के साथ जियो का भी सिम लगा दिया जाएगा जियो 4g द्बरा और बाहर मीटर लगने से अच्छा नेटवर्क बना रहेगा ।
कंपनी ने 2022 तक के लक्ष्य किया निर्धारित।
बिजली कंपनी ने वर्ष 2022 तक राजधानी पटना में सभी जगह पर नए स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसे सभी जिलों में अभियान द्वारा पूरा किया जाएगा।
जाने कुछ आवश्यक बातें –
अब आपके दिमाग में आ रहा होगा मीटर लगवाने से फायदा है या नुकसान तो बता दे यदि आप प्रीपेड मीटर को लगवाने के लिए शक रखते हैं तो नुकसान हो सकता है। मीटर को देखते हुए स्मार्ट मीटर लगवाना काफी लाभदायक है क्योंकि प्रीपेड मीटर लगवाने के बाद उपभोक्ता बिजली मीटर देखते हुए जलाते हैं। और इससे अवैध कनेक्शन भी नहीं लिया जा सकता है मीटर रीडरों को बिजली के बिल वसूली के लिए घर भी नहीं आना पड़ेगा आपने बिजली कितनी खर्च की आप स्वयं एप द्बारा देख सकेंगे पेमेंट भी ऑनलाइन मोड में होगा। इस मीटर की खासियत यह है कि यदि आप घर से बाहर जाना चाहते हैं तो आपको बिजली खपत का कोई टेंशन नहीं रहेगा और प्रीपेड मीटर उपभोक्ता बंद कर लंबे समय के लिए शादी समारोह आदि में जा सकेंग प्रीपेड मीटर बंद करने पर बिल वहीं पर बड़ना रुक जाएगा।
बड़े बुजुर्गों तथा अनपढ़ के लिए ऑरेंज- पे नामक एजेंसी
की व्यवस्था –
बुजुर्गों तथा अनपढ़ के लिए विभाग ने बिजली रिचार्ज कराने की खास व्यवस्था की बूढ़े बुजुर्ग या अनपढ़ या फिर जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है। उनके लिए खास व्यवस्था ऑरेंज- पे नामक एजेंसी के कर्मी द्वारा बिजली का रिचार्ज घर जा कर अपने मोबाइल से ही कर दिया जाएगा और उनके पास मोबाइल होगा तो उनके मोबाइल से रिचार्ज करा जाएगा और इस कार्य के लिए एजेंसी का नंबर भी फौरन जारी कर दिया जाएगा।