कहते हैं कि अगर आपने एक लक्ष्य चुन लिया है तो फिर उसे पाने तक पीछे न हटो. कुछ ऐसी ही कहानी है 2019 में यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले अंकुश कोठारी की. अंकुश को यूपीएससी को लेकर ऐसा जुनून था कि उन्होंने आईआईटी से पढ़ाई के बाद लाखों लाख रुपये सालाना की नौकरी का ऑफर छोड़ दी. आखिरकार तीसरे प्रयास में उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली और उनका सपना पूरा हो गया.
संघर्षों में बीता बचपन
अंकुश कोठारी का बचपन संघर्षों के बीच बीता. जब उनकी उम्र कुछ साल थी तब उनके माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए. ऐसे में उनकी देखभाल मां ने की. ऐसे वक्त में अंकुश ने मन लगाकर पढ़ाई की और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर लिया. कानपुर आईआईटी में उन्होंने दाखिला ले लिया और यहां से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्हें लाखों रुपये की नौकरी का भी ऑफर मिला लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया और यूपीएससी की तैयारी की.
कैसे आया यूपीएससी का खयाल
आईआईटी से ग्रेजुएशन के दौरान उन्हें इंटर्नशिप का मौका मिला. यहां उनकी मुलाकात कुछ अफसरों से हुई और अंकुश उनसे बहुत प्रभावित हुए. अफसरों की कार्यशैली देखकर उन्होंने ठान लिया कि वे भी एक दिन आईएएस अफसर बनेंगे. बस फिर क्या था, उन्होंने ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद अच्छी रणनीति बनाई और तैयारी में जुट गए. शुरुआती 2 प्रयासों में वे असफल हो गए. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 429 हासिल की. इस तरह उनका सफर पूरा हो गया.
यहां देखें अंकुश का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू