केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बिहार वासियों को बड़ा तोहफा दिया है। यह ज्ञात है की बिहार में अगले 3 से चार वर्षों के अंतराल 14 पूलों का निर्माण सिर्फ़ गंगा नदी पर किया जाना है। इसके अलावा भारतमाला परियोजना के तहत बिहार में कोसी नदी पर सबसे लंबा ब्रिज तैयार किया जा रहा। इस ब्रिज में दोनों तरफ से एप्रोच रोड बनाई गयी है। इस ब्रिज की कुल लंबाई लगभग 13 किलोमीटर से भी अधिक है ।
आपको बता दें की इससे पहले भारत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया गया पुल सबसे लंबे पुल के लिए जाना जाता था, लेकिन बिहार में कोसी नदी पर बन रहे इस पूल ने सारे रिकॉर्ड को तोड़ कर सबसे लंबा पुल का खिताब हासिल किया है। केंद्र सरकार ने बिहार में सोन नदी पर एक और शानदार ब्रिज बनाने का ऐलान किया है। सड़क परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने इस नए पुल के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा सेंट्रल रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के अंतर्गत इस निर्माण कार्य को अनुमति प्रदान की गई है।
इस नए पुल के निर्माण होने से बिहार से झारखंड छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उसके साथ साथ व्यापार संपर्क पड़ेगा व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के नए अवसर उपजेंगे, आपको बता दें इस पूल के निर्माण कार्य के लिए ₹204 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल गयी है। इस पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के द्वारा किया जाएगा। इस पुल की लंबाई लगभग 2.15 किलोमीटर बताई गई है। इस पुल का निर्माण भी अगले 3 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। आइए जानते हैं कहां पर होगा इस नए पूल का निर्माण, इस पूल के बनने से बिहार के रोहतास जिले के दक्षिणी इलाकों को सीधा फायदा पहुंचेगा।
यहां के लोगों को उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा यह फूल सोन नदी पर बनाया जाएगा मिली जानकारी के अनुसार बिहार में सोन नदी पर दक्षिण की तरफ बढ़ने पर आखरी जो पुल है वह फ़िलहाल डेहरी ऑनसोन में ही है। डेहरी ऑन सोन से 70 किलोमीटर दक्षिण में इस नए पुल का निर्माण किया जाएगा। पांडुका घाट पुल डेहरी आन सोन से अकबरपुर यदुनाथपुर के माध्यम से संपर्क प्रदान करेगा फिलहाल सोन नदी पर कोईलवर और बिहटा के बीच दो पूल इसके अलावा अरवल सहार दाउदपुर नासरीगंज डेहरी आन सोन में जीटी रोड पर 1,1 पूल पर आवागमन चालू है।