भारत में दाल और सरसों तेल की बढ़ती कीमतों ने फ़िलहाल रसोई का बजट पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया है। अप्रैल महीने में सरसों तेल 190 से ₹200 तक प्रति लीटर बेचे गए,
कुछ डीनो से क़ीमतों में गिरावट तो दिखी है लेकिन यह गिरावट अब और अधिक होने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार अगले 4 दिनों में सरसों तेल की कीमतो में और भी गिरावट देखने को मिलेगा। तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से जहां एक परिवार में 1 महीने में 5 से 6 लीटर सरसों तेल की खपत होती थी, वह घटकर तीन से चार लीटर हो गयी है।
बीते 2 महीनों से सरसों तेल और रिफाइंड की कीमतों भारी बढ़ोतरी देखने को मिली, सरसों का तेल जहां है ₹190 प्रति लीटर बिक रहा था। वही रेफ़ायन 90 से सीधा 175 रुपए प्रति लीटर बिकने लगा। फिलहाल मंडी में सरसों तेल की कीमत ₹152 से ₹158 प्रति लीटर बेची जा रही है।
थोक कारोबारियों का कहना है कि सरसों और रिफाइंड तेल बरेली राजस्थान और मध्य प्रदेश से मंगाई जाती है, कुछ महीनों से तेल की कीमतें बढ़ गई थी इस वजह से व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। बढ़ते तेल के दामों की वजह से तेल की बिक्री में भी गिरावट दर्ज की गई है जो कि लगभग 20% है।
लेकिन अगले दो से 3 दिनों में सरसों तेल की कीमतों में 10 से ₹15 की गिरावट देखने को मिलेगी, सर्वे के अनुसार फ़िलहाल तेल थोक बाज़ार में ₹152 से ₹158 रुपए प्रति लीटर तेल की कीमत दर्ज की गयी है जो अगले तीन डीनो के बाद 130 से ₹140 तक होने की आशंका जताई है।