जयनगर-जनकपुर रेलखंड पर ट्रेन परिचालन शुरू होने से पहले स्पीड ट्रायल पूरा हुअा। इसी के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का ससुराल जनकपुर ब्रॉडगेज से जुड़ गया। रविवार को करीब 10:50 में जयनगर स्थित नेपाली स्टेशन से इंजन का स्पीड ट्रायल शुरू हुअा। इंजन के पीछे लगी एक कोच में भारतीय व नेपाली अधिकारी मौजूद थे। 40 मिनट में इंजन कुर्था पहुंच गई। इससे पहले सिर्फ जनकपुर में चार मिनट के लिए रुकी जिसके बाद कुछ नेपाली अधिकारी कोच में चढ़े। स्पीड ट्रायल देखने के लिए हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक स्टेशन अाैर ट्रैक के नजदीक खड़े थे।
जयनगर स्टेशन से मात्रा 4.5 किमी की दूरी पर नेपाल के पहले स्टेशन इनरवा तक करीब 90 किमी प्रति रफ्तार से इंजन का ट्रायल किया गया। जयनगर नेपाली स्टेशन से मात्र दो किमी की दूर नेपाल बॉर्डर से शुरू हो जाता है। बॉर्डर से मात्र 2.5 किमी की दूरी पर नेपाल का पहला स्टेशन इनरवा है। इसके बाद 110 किमी प्रति घंटे की स्पीड से जनकपुर होते कुर्था तक इंजन का ट्रायल हुअा। ट्रायल इंजन जैसे ही बॉर्डर को पार करते हुए नेपाल में घुसी ताे नेपाली नागरिकाें ने ताली बजाकर स्वागत किया।
अधिकारियों ने भी हाथ हिला लोगों का किया अभिनंदन
कोच में बैठे अधिकारियों ने हाथ हिलाकर अभिनंदन किया। नेपाल के एनरबा स्टेशन से लेकर कुर्था तक करीब 11 हजार से अधिक नेपाली नागरिक इस एतिहासिक दृश्य काे देखने के लिए बेताब दिखे। वापसी के समय कुर्था से जयनगर तक 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से इंजन का ट्रायल हुअा अाैर सिर्फ 23 मिनट में ट्रायल इंजन जयनगर पहुंच गई। इस 34.5 किमी की सफर में ट्रायल इंजन ने करीब 8 बड़े पुल व 80 से अधिक छोटी पुलिया पार की।
डीआरएम बाेले : ये ऐतिहासिक पल है
डीआरएम अशोक माहेश्वरी जयनगर स्थित नेपाली स्टेशन पर पहुंचे अाैर इरकॉन के अधिकारियों से मिले। उन्हाेंने कहा कि ये एेतिहासिक पल है। दो देश के ब्रॉडगेज से जुड़ने के बाद अब स्पीड ट्रायल भी पूरा हो गया। जल्द दोनों देशों के नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा। एसएस राजेश मोहन मलिक अाैर अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे। ट्रायल इंजन के पीछे लगे कोच में इरकॉन दिल्ली के कार्यकारणी अधिकारी सुरेंद्र सिंह, इरकॉन के जीएम रवि सहाय, प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार तिवारी, विवेक निगम समेत अन्य मौजूद थे।
पंडित ने ट्रेन इंजन की नेपाल में की पूजा-अर्चना, फूल-माला चढ़ाया गया
110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भारतीय इंजन जयनगर-जनकपुर रेलखंड के अंतिम स्टेशन कुर्था पहुंची। पहले से तैयार पंडित ने मंत्रोच्चारण के साथ फूल-माला चढ़ा पूजा-अर्चना की। पहली बार इंजन को ड्राइव कर नेपाल जा रहे ड्राइवर संजीव कुमारअाैर मुकेश कुमार ने बताया 110 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से इंजन पड़ोसी देश नेपाल में दौड़ रही थी। ये एक सुखद अनुभव था।