विनेश फोगाट को रेसलिंग विरासत में मिली क्योंकि उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट खुद पहलवान थे। विनेश फोगाट ने रेसलिंग की कला अपने चाचा से सीखी और इसके जरिए भारत का नाम दुनिया में खूब रोशन किया। विनेश की सफलता का सफर जारी है और कॉमनवेल्थ गेम्स व एशियन गेम्स दोनों में गोल्ड मेडल जीतने वाली वो भारत की पहली महिला पहलवान हैं। विनेश 18 फरवरी, 2019 को होने वाले लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स के लिए नामांकित होने वाले पहली भारतीय रेसलर बनी थीं। हरियाणा के भिवानी जिले के बलाली गांव में उनका जन्म 25 अगस्त 1994 को हुआ था। उन्होंने 2019 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता और टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं थीं।
26 साल की विनेश फोगाट ने अपने करियर में कई कामयाबियां हासिल की है। 2014 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था तो वहीं एशियन गेम्स की बात करें तो उन्होंने 2014 में ब्रॉन्ज जबकि 2018 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। एशियन चैंपियनशिप में भी उनकी उपलब्धियां काफी अच्छी रही है और इस साल यानी 2021 में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। वहीं 2015, 2017 और 2018 में उन्होंने सिल्वर मेडल जीते थे। इसके अलावा 2013, 2016, 2019 और 2020 एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। 2013 में यूथ रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीते थे।
2016 रियो ओलंपिक में विनेश ने 48 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लिया था, लेकिन उन्हें 10वें स्थान पर रहकर संतोष करना पड़ा था। उनकी शानदार सफलता की वजह से उन्हें पद्मश्री, अर्जुन पुरस्कार और राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानि किया जा चुका है। 13 दिसंबर 2018 को उन्होंने रेसलर सोमवीर राठी से शादी की थी। विनेश के पति सोमवीर राठी भी दो बार नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं।