apanabihar 10

मधेपुरा ग्रीन फील्ड रेल फक्ट्री में बना पहला AC विद्युत इंजन आखिर ट्रायल पर कारखाने से बाहर निकल ही गया | बता दें कि दौरम मधेपुरा स्टेशन के मुख्य रेल लाइन से कारखाना जानेवाला 2 किलोमीटर लंबी ट्रैक पर ट्रायल पर निकला पहला एससी विद्युत इंजन को देखने के लिए आसपास के नर-नारियों एवं बच्चे-बूढ़ों की भीड़ जुट गई जबकि 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाला इंजन ट्रायल के समय मात्र 30 किलोमीटर की रफ्तार से ही दौड़ रहा था | ट्रायल के बाद इंजन पुन: रेल कारखाना लौट गया |

मधेपुरा रेल फैक्ट्री के डिप्टी चीफ इंजीनियर के.के.भार्गव ने ट्रायल को सफल बताते हुए मधेपुरा अबतक को बताया कि दो पार्ट में बटे इंजन को जोड़कर एक इंजन तैयार किया गया है | 12,000 हॉर्स पावर का एक एसी विद्युत इंजन तैयार किये जाने की जगह छह-छह हज़ार हार्स पावर के दो पार्ट को मिलाकर तैयार किया गया है | श्री भार्गव ने कहा कि इंजन चलाने के लिए चालक दोनों तरफ होते हैं, बीच में नहीं | उन्होंने यह भी कहा कि पहले जहाँ भारत में साढ़े तीन हजार टन वजन खींचने वाला इंजन बनता था वहीं मधेपुरा रेल फैक्ट्री में यह 6,000 टन वजन खींचने वाला इंजन बनकर ट्रायल पर निकला है |

Also read: बिहार के रेल यात्रियों को तोहफा, बिछेगी 53 किलोमीटर रेल लाइन

Also read: दिल्ली से बिहार जाने वालों को तोहफा, चलेंगी दो स्पेशल ट्रेन

यह भी जानिए कि ट्रायल पर निकले इस रेल इंजन की लंबाई लगभग 35 मीटर है जो दो पार्ट में बना है | अलग तरह का रेल इंजन चलता देखकर लोगों की भीड़ जुटना स्वाभाविक है | तभी तो दर्शक दनादन इस इंजन का अपने-अपने मोबाइल में तस्वीर कैद करने लगे |

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.