मांग कमजोर होने से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में गिरावट आई। बाजार सूत्रों के अनुसार मलेशिया एक्सचेंज में डेढ़ प्रतिशत की गिरावट रही, जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में 1.5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। इसका असर स्थानीय कारोबार पर हुआ। उन्होंने कहा कि गिरावट के आम रुख के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के भाव पूर्ववत बने रहे।

उन्होंने कहा कि तेल कारोबार में ऐसी चर्चा है कि सरकार दलहन की तरह तिलहन में भी स्टॉक रखने की सीमा (स्टॉक लिमिट) तय करने वाली है। उन्होंने कहा कि इस कदम का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि सोयाबीन न तो किसानों के पास है और न ही व्यापारियों के पास। बाजार में ऊंचा भाव होने की वजह से सबने अपना माल निकाल दिया। व्यापारियों के पास सरसों का स्टॉक नहीं है बल्कि पेराई मिलों के पास जरूर सीमित मात्रा में सरसों का स्टॉक है। किसानों के पास भी सरसों का कुछ स्टॉक है लेकिन उन पर ‘स्टॉक लिमिट का मानदंड लागू नहीं होता। किसान रोक-रोक कर मंडियों में अपना माल ला रहे हैं। 

     बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

  •      सरसों तिलहन – 7,275 – 7,325 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
  •      मूंगफली दाना – 5,595 – 5,740 रुपये।
  •      मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 13,900 रुपये।
  •      मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,135 – 2,265 रुपये प्रति टिन।
  •      सरसों तेल दादरी- 14,350 रुपये प्रति क्विंटल।
  •      सरसों पक्की घानी- 2,320 -2,370 रुपये प्रति टिन।
  •      सरसों कच्ची घानी- 2,420 – 2,530 रुपये प्रति टिन।
  •      तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,000 – 17,500 रुपये।
  •      सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,000 रुपये।
  •      सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,700 रुपये।
  •      सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,550 रुपये।

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