अमेरिका के लोकतंत्र में दुर्भाग्यपूर्ण इतिहास तब रचा गया जब अमेरिका के लोकतंत्र में दुर्भाग्यपूर्ण इतिहास तब रचा गया जब व्हाइट हाउस से जाते हुए डोनाल्ड ट्रंप पहले राष्ट्रपति बने, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया गया.

डेमोक्रेट नेताओं ने ट्रंप की पार्टी यानी रिपब्लिक पार्टी के दस नेताओं की सहमति जुटाकर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की.

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जबकि ट्रंप को पद पर एक हफ्ते से भी कम समय बचा है, ऐसे में उनके खिलाफ महाभियोग चलाया जाना अपने आप में एक इतिहास है.

अब सवाल यह है कि ट्रंप महाभियोग में दोषी साबित हुए तो क्या होगा? हाउस से जाते हुए डोनाल्ड ट्रंप पहले राष्ट्रपति बने, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग चलाया गया.

डेमोक्रेट नेताओं ने ट्रंप की पार्टी यानी रिपब्लिक पार्टी के दस नेताओं की सहमति जुटाकर ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की.

जबकि ट्रंप को पद पर एक हफ्ते से भी कम समय बचा है, ऐसे में उनके खिलाफ महाभियोग चलाया जाना अपने आप में एक इतिहास है. अब सवाल यह है कि ट्रंप महाभियोग में दोषी साबित हुए तो क्या होगा?

कुर्सी छोड़ते हुए ट्रंप के खिलाफ महाभियोग सफल हुआ तो यह तय है उन्हें लाखों करोड़ों डॉलरों का नुकसान हो सकता है.

अस्ल में, पिछले दिनों कैपिटल हिल पर हुई हिंसा को उकसाने और उग्र गतिविधियों का समर्थन ट्रंप को भारी पड़ गया. 232-197 के वोट से उनके खिलाफ महाभियोग शुरू हुआ.

प्रक्रिया यह है कि प्रतिनिधि सभा अगर ट्रंप के खिलाफ आरोप बहुमत से पास करेगी तो मामला सीनेट के पास जाएगा.

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