बिहार के नालंदा जिले के करायपरसुराय प्रखंड में बुजुर्ग महिला कौशल्या देवी और उनकी पोती घर के लिए परेशान हैं. तपती गर्मी में भी दोनों सार्वजनिक शौचालय में जिंदगी काटने को मजबूर हैं. हैरत की बात है कि इसी जिले को बिहार के सीएम नीतीश कुमार मॉडल जिले के रूप में पेश करते हैं और सभी नई योजनाओं की शुरुआत करते हैं.

10 साल की बच्ची सपना कुमारी के माता-पिता का निधन हो गया है. वह दादी कौशल्या देवी के साथ शौचालय में ही रह रही है. दोनों घर-घर खाना मांगकर पेट भरती हैं. शौचालय में रहने के पीछे की वजह वे धूप और बारिश से बचना बताती हैं.

दोनों को किसी भी तरह की सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है. दोनों ने सरपंच और विधायक से कई बार मांग की, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला. आरोप लगाया जा रहा है कि साल 2017 में कौशल्या देवी का नाम आवास योजना में आया था. लेकिन, तत्कालीन आवास पर्यवेक्षक ने योजना का लाभ दिलवाने के एवज में पैसे की डिमांड की थी. कौशल्या दे नहीं पाईं और नाम कट गया.

पूर्व मुखिया ने लगाया आरोप
नवभारत टाइम्स से बात करते हुए गांव के पूर्व मुखिया रबीश कुमार का कहना है कि कौशल्या देवी को लेकर प्रखंद में कई बार उनका मुद्दा उठाया जा चुका है. लेकिन, अधिकारियों से कई बार बात हुई है. लेकिन, किसी ने मदद नहीं की.

input – indiatimes

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