पद्मश्री से सम्मानित डॉ. केके अग्रवाल का कोरोना से निधन हो गया। वे 62 साल के थे। उन्हें कुछ दिन पहले दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था, जहां वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। डॉ. अग्रवाल के ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी मंगलवार को दी गई कि 17 मई को रात 11:30 बजे उनका निधन हो गया। महामारी के दौरान उन्होंने अपने वीडियोज के जरिए लोगों को जागरूक किया। वैक्सीनेशन के बावजूद संक्रमण हुआ तो डॉ. अग्रवाल ने एक वीडियो जारी कर कहा था- पिक्चर अभी बाकी है। मेरे जैसे लोग ऑक्सीजन पर भी क्लासेस लेंगे…

मौत के बारे में अफवाह फैली तो परिवार सामने आया था
एक हफ्ते पहले डॉ. अग्रवाल को एम्स में भर्ती किया गया था। इसके एक-दो दिन बाद ही रिपोर्ट्स में उनकी मौत का दावा किया गया। इसके बाद 14 मई को उनके परिवार ने ट्विटर पर इन खबरों का खंडन किया। उनकी पत्नी और बच्चों ने कहा कि डॉ. अग्रवाल के बारे में सामने आ रही खबरों से परिवार बहुत परेशान है। डॉ. अग्रवाल बहुत गंभीर लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें।

कोरोना काल में 10 करोड़ लोगों को जागरूक किया
कोरोना महामारी के दौरान डॉ. अग्रवाल ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को संक्रमण के बारे में जागरूक करने की कोशिशें जारी रखी थीं। इन्हीं कोशिशों के चलते डॉ. अग्रवाल ने अपने विभिन्न वीडियो और एजुकेशनल प्रोग्राम के जरिए 10 करोड़ लोगों को कोरोना के बारे में अहम जानकारियां दी थीं।

कोविड हुआ तो राजकपूर को याद किया, कहा- वो सबसे प्रैक्टिकल इंसान थे
उन्होंने संक्रमित होने पर वीडियो शेयर किया था और कहा था- मैं भी संक्रमण से गुजर रहा हूं। मुझे कोविड निमोनिया हो गया है, जो कि बढ़ रहा है। इसके बावजूद मुझे राज कपूर के शब्द याद आते हैं- द शो मस्ट गो ऑन.. पिक्चर अभी बाकी है। लोग उन्हें शो मैन मानते हैं, लेकिन वो शो मैन नहीं, बल्कि धरती के सबसे प्रैक्टिकल इंसान थे।

शो मस्ट गो ऑन। मेरे जैसे लोग ऑक्सीजन पर भी क्लासेस लेंगे और लोगों को बचाने की कोशिश करेंगे। मैं केके अग्रवाल नहीं, मैं मेडिकल प्रोफेशन में हूं। हमारा जॉब है जुगाड़ू ओपीडी बनाना। मतलब आप 100-100 पेशेंट बुलाना, जिनमें एक तरह के लक्षण हों। उन्हें 15 मिनट में कंसल्टेशन देकर भेज दीजिए। इसी तरह माइल्ड और दूसरे केसेज को इकट्ठा बुलाइए, लेकिन अब वन-टू-वन कंसल्टेशन का समय चला गया है।

वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण होने का एक्सपीरियंस भी बताया था
डॉ. केके अग्रवाल ने वैक्सीन के दोनों डोज लिए थे। संक्रमण हुआ तो उन्होंने 28 अप्रैल को ट्विटर हैंडल पर वीडियो शेयर किया। इस जरिए उन्होंने डोज लेने के बावजूद संक्रमण होने का एक्सपीरियंस शेयर किया।
इस वीडियो में उन्होंने कहा था- अगर आपको वैक्सीनेशन के बाद कोरोना होता है तो आपको गंभीर निमोनिया नहीं हो सकता है। आप नॉन सीरियस कंडीशन में रहते हैं। वैक्सीनेशन से मत डरिए। ये आपको कोरोना से बचाता है।

साभार – dainik bhaskar

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