कई यूजर्स को इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं होती है कि आखिर उनके नाम पर कितने मोबाइल नंबर यानी अलग अलग टेलीकॉम ऑपरेटर्स के पास कितने मोबाइल नंबर चल रहे होते हैं। कुलमिलाकर ऐसा भी कहा जा सकता है कि बहुत से लोगों को यह पता ही नही होता है कि आखिर उनके नाम पर कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं। हालाँकि कुछ समय पहले तक आपको इसकी जानकारी मिल पाती थी कि आखिर आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं।

आप बड़ी ही आसानी से टेलीकॉम ऑपरेटर्स के पास जानकारी मिल जाती थी, लेकिन यह बड़ी ही मुश्किल सी प्रोसेस हो गई है। लेकिन इसके बाद आपको एक फ्री SMS के माध्यम से ही इस बारे में जानकारी मिल जाने वाली है कि आखिर आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं। हालाँकि इसके पहले कि हम इसके बारे में आपको जानकारी देना शुरू करें आइये आपको एक नए अपडेट के बारे में बताते हैं।

कई बार ऐसा भी होता है कि आपकी जानकारी के बिना आपके नाम पर चल रहे नंबर को कोई ओर ही व्यक्ति इस्तेमाल कर रहा है। हालाँकि ऐसी परिस्थिति में आप अब जान सकते हैं कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिवेट हैं। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकम्युनिकेशन्स यानी DoT की ओर से एक स्पेशल पोर्टल को लॉन्च किया गया है, जहां आप अपने मोबाइल नंबर को मात्र दर्ज करके ही जान सकते है कि आखिर आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर एक्टिवेट हैं। इसके लिए आपको tafcop.dgtelecom.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा। यहाँ जाकर आप बड़ी ही आसानी से इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है कि आखिर आपके नाम पर आपकी बिना समझ के कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों को यह जानने में मदद मिलेगी कि उनके नाम पर कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं। साथ ही, वे इन नंबरों को ब्लॉक करने का अनुरोध कर सकते हैं।

आपके नाम पर चल रहे हैं कितने मोबाइल नंबर, कैसे पता करें?

उपयोगकर्ता इस पोर्टल के माध्यम से अपने नाम से चल रहे मोबाइल कनेक्शन के बारे में आसानी से जान सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपना बी-एक्टिव नंबर डालना होगा और फिर एक ओटीपी प्राप्त करना होगा। इसकी मदद से, वे सभी सक्रिय मोबाइल नंबर्स के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

संचार विभाग सभी उपभोक्ताओं को एसएमएस के माध्यम से सूचित करेगा कि उनके नाम पर कितने नंबर सक्रिय हैं। इसके बाद, उपभोक्ता पोर्टल पर जा सकते हैं और उन संख्याओं के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं जिनका वे उपयोग नहीं कर रहे हैं या जिनकी उन्हें आवश्यकता नहीं है। उपयोगकर्ता द्वारा ऐसा करने के बाद, दूरसंचार सेवा प्रदाता या तो उस नंबर को ब्लॉक कर देगा या उसे निष्क्रिय कर दिया जाएगा। उपभोक्ता को टिकट आईडी प्रदान की जाएगी, जिसकी मदद से वे ट्रैक कर पाएंगे कि उनके अनुरोध पर अब तक कितना काम हुआ है।

input – Digit Hindi 

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