दोस्तों हमारे देश में 28 राज्य हो 8 संघ राज्य क्षेत्र है जिनमें सबका नाम अलग-अलग है जैसे मणिपुरं, वहीँ सभी राज्य में कई जिले है और सबके नाम भी अलग-अलग है जैसे समस्तीपुर, मुज्ज़फरपुर, रायपुर, नागपुर, भागलपुर अब आप सोच रहे होंगे की हम आपको इन सभी जिले और राज्य के नाम क्यूँ बता रहे है.

तो दरअसल आज के इस खबर में हम आपको इस जिले और राज्य के नाम के आखिरी में लगे शब्द “पुर” के बारे में बताने वाले है की आखिर किसी भी राज्य या जिला के अंत में पुर क्यूँ लगा होता है आपने ऐसा कई शहर जिला और राज्य के नाम देखे होंगे जिसके अंत में पुर लगा होता है. चलिए जानते है इसके बारे में…

देखिये अधिकांस लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता है और कुछ लोग ऐसा सोचते है की यह नाम है और आज से सालों पहले जो हमारे पूर्वजों ने किसी भी शहर या जिला का नाम रख दिया वही है लेकिन दोस्तों ऐसा बिलकुल भी नहीं है और सब चीज का कुछ न कुछ कारण होता है.

दरअसल किसी भी शहर या गाँव के नाम के अंत में जो पुर लगा होता है उसका सीधा मतलब होता है किला या शहर इसीलिए अधिकतर शहर जिला के साथ-साथ गाँव के नाम के भी अंत पर पुर होता है. समस्तीपुर, जितवारपुर, मोहनपुर, गोरखपुर,जौनपुर, कानपुर, जयपुर, रामपुर इत्यादि कई उदाहरण है.

वहीँ दोस्तों सभी जगह के नाम के पीछे पुर लगा होने का एक और कारण है और वो है की राजा महराजा जी हना आज के कई साल पहले शहर गाँव पर राजा महराजा का शाशन होता था. और वो अपने हिसाब के शहर गाँव का नामाकरण करता था जैसे जयपुर के राजा जय सिंह थे उन्होंने अपने नाम पर जयपुर का नाम रखा है जैसे अभी के प्रधानमंत्री अपने नाम पर योजना का नाम स्टेडियम का नाम किसी सड़क का नाम रखते है.

उदाहरण के लिए आपको बताऊं तो भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने नाम पर सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम जो की गुजरात में बना है उसका नाम नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम रखा गया है. इतने ही नहीं पहले के समय में भी ऐसा ही होता था इंदिरा गाँधी जब प्रधान मंत्री थी तो उन्होंने अपने नाम पर एक योजना जा नाम रखा था.

जिसका नाम है इन्द्रवास योजना जिसके अंतर्गत लोगों को घर मिलता है फ्री में अब उसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजनाकर दिया गया है. बिहार के राजधानी पटना में एक सक है जिसका नाम अटल पथ है और यह सड़क का नामाकरण भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया है एक यह लॉजिक भी है की पहले के समय के राजा महराजा अपने नाम पर भी शहरों का नाम रखा करते थे.

Sonu Roy is originally a resident of Samastipur district of Bihar, has been working as a writer in digital journalism for the last 4 years. In his career of 4 years, he has good experience from politics, automobile, motivation, sports to technology field.