बिहार राज्य के लिए अच्छी खबर है. बिहार को एक और एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने जा रही है. दरअसल गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने वाले एक्प्रेस-वे का रूट बिहार के 10 जिलों में निर्धारित किया गया है. खबरों के अनुसार केंद्र सरकार ने इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण की सैद्धांतिक सहमति दे दी है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार से इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण को सैद्धांतिक सहमति मिल गई है. अब पथ निर्माण विभाग में इस सड़क को साकार करने की कवायद शुरू हो गई है.

आपको बता दे की पथ निर्माण विभाग में इस सड़क को साकार करने की कवायद शुरू कर दी गई है. गोरखपुर- सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे सबसे पहले बिहार के गोपालगंज में प्रवेश करेगा, इसके बाद सीवान, छपरा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, किशनगंज होते हुए सिलीगुड़ी जाएगा. यह न सिर्फ बिहार को यूपी और बंगाल के बीच न केवल आवागमन आसान करेगा बल्कि व्यापार के नए रास्ते भी इससे खुलेंगे. इस एक्सप्रेसवे का पूरा हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा. ऐसा कहा जा रहा है कि किसी पुरानी सड़क को एक्सप्रेस-वे में जोड़ा नहीं जाएगा.

बिहार सरकार में पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन के मुताबिक, गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से सबसे अधिक बिहार को लाभ होगा. बताते चले की यह सड़क बिहार के लिए वरदान साबित होगा. मंत्री ने आगे कहा कि इससे जहां लोगों की यात्रा सुगम होगी वहीं विकास के नए रास्ते खुलेंगे. बता दें कि बिहार में अभी तक चार एक्प्रेसवे को स्वीकृति दी गई है. गोरखपुर से सिलीगुड़ी के बीच प्रस्तावित यह सड़क बिहार का चौथा एक्सप्रेसवे होगा. औरंगाबाद से जयनगर के बीच एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है.

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