बिहार विधान परिषद को शीतकालीन सत्र के पहले हाईटेक बनाया जा रहा है. बिहार विधान परिषद देश का यह पहला सदन होगा जहां की कार्यवाही पूरी तरह डिजिटल होने जा रही है. विधान परिषद में सदन के अंदर सभी सदस्यों के लिए टेबल पर उनके सामने एक-एक टैब लगाया गया है. बता दे की इस बार बिहार विधान परिषद में इस शिकायत को दूर करने की कोशिश की जा रही है। बिहार विधानसभा में ई-सदन बनाया जा रहा है। भारत में बिहार विधान परिषद ऐसा पहला सदन बनने जा रहा है, जहां इस तरह की व्यवस्था की जा रही है।
बिहार विधानपरिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि बिहार का विधान परिषद देश का पहला सदन होने जा रहा है जहां e-sadan की व्यवस्था होगी. आपको बता दे की इसके अंतर्गत अब हर सवाल का जवाब सदन में आएगा. पहले यह नहीं हो पाता था. अब प्रश्नकाल, शून्यकाल काल, ध्यानाकर्षण में आए सारे सवालों के जवाब सदन के पटल पर आ जाएंगे, जिससे जनता की समस्याओं को निदान होगा. बताया जा रहा है की इस नई व्यवस्था से हर सवाल का जवाब सदन में आ जाएगा। पहले ये नहीं हो पाता था। प्रश्नोत्तर काल, ध्यानाकर्षण में सारे सवाल का जवाब मिलेगा। इस सिस्टम से ऑनलाइन सवाल कर सकते हैं उनको जवाब ऑनलाइन मिलेगा। इसका डिजिटल रिकॉर्ड भी बनाया जा रहा है। ताकि दो-तीन साल बाद भी दस्तावेज बना रहेगा।
बिहार विधानपरिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि इससे सदन की सारी समितियों का काम सुचारू रूप से चल सकेगा. कोई भी सदस्य अपनी समस्याओं को सुना सकते हैं. ऑनलाइन सवाल का जवाब भी ऑनलाइन मिलेगा. बिहार विधान परिषद में ई-सदन की शुरुआत 25 नवंबर को सुबह साढ़े 9 बजे CM नीतीश कुमार करेंगे।