बिहार में चली आ रही बालू की किल्लत अब दूर हो जाएगी। बिहार में इसके लिए सभी आठ जिलों के बालू घाटों की नये सिरे से बंदोबस्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बिहार में इसके तहत बालू घाटों का टेंडर 27 अक्तूबर को पूरा होने की संभावना है. बता दे की पटना, सारण, भोजपुर, गया, औरंगाबाद, रोहतास, जमुई और लखीसराय जिलों की नदियों से नए सिरे से बालू का खनन होना है। एक अक्टूबर हो ही बिहार मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
आपको बता दे की खान एवं भूतत्व विकास की ओर से इसका प्रस्ताव लाया गया था। कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगा दी गई। बिहार के आठ जिलों में अधिक बोली लगाने वालों को बालू घाटों का आवंटन किया जाएगा। उसके बाद बिहार सरकार की ओर से तय प्रक्रिया के तहत उपभोक्ताओं तक बालू की बिक्री की जाएगी। नये बंदोबस्तधारियों को बालू खनन की जिम्मेदारी मिलने पर स्थानीय लोगों को आसानी से उचित कीमत पर बालू मिल सकेगा.
बिहार की राजधानी पटना में खनन विभाग ने न्यूनतम 70 लाख से तीन करोड़ रुपए से अधिक की उच्चतम बोली लगाने का विकल्प दिया है। 16 नवंबर को निविदा पेपर डाउनलोड कर 23 नवंबर तक जमा करने का मौका दिया गया है। 23 नवंबर को ही निविदा खोली जाएगी और अधिकतम बोली लगाने वालों की सूची 25 नवंबर तक जारी कर दी जाएगी।