आईपीएल में हर साल एक न एक नए सितारे देखने को मिलता है | जिन्होंने अपनी मेहनत की बदौलत काफी नाम कमाया है और भारतीय टीम का हिस्सा भी बने हैं। जी हाँ दोस्तों आज हम बात कर रहे है | राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलने वाले यशस्वी जायसवाल के बारे में जिन्होंने अपने मेहनत और लगन की बदौलत आज इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है।

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) ने कई खिलाड़ियों की किस्मत बदली है, उन्हीं में से एक रहे हैं भारतीय युवा क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल. घरेलू क्रिकेट में महज 17 साल की उम्र में यूथ वनडे मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने काफी मेहनत के बाद बड़ी सफलता हासिल की है. यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) कभी पेट भरने के लिए मुंबई में गोलगप्पे बेचते थे. आज यशस्वी जायसवाल राजस्थान रॉयल्स ( Rajasthan Royals) के लिए IPL में खेलते हैं और एक सीजन के 2.4 करोड़ रुपये लेते हैं |

Also read: Success Story: यूपी के बलिया का लाल अपनी मेहनत के बदौलत सीधे सेना में बना लेफ्टिनेंट, बेटे की कामयाबी देख मां के आंखो से बहते रहे आंसू, जानिए पूरी कहानी

आपको बता दें कि जयसवाल का बचपन बेहद गरीबी में बीता है। उन्होंने आज यहां तक पहुंचने के पीछे काफी मेहनत की है। जयसवाल आज भारत के उभरते सितारे बन चुके हैं लेकिन इनके पीछे की कहानी काफी दुख भरी है जहां यह स्टार खिलाड़ी पानीपुरी भी बेचा करता था।

जयसवाल पहले बेचता था पानी पुरी

आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलने वाले सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उत्तर प्रदेश के भदोही गांव के रहने वाले यशस्वी 11 साल की उम्र में ही मुंबई आ गए थे। यह वह दौर था जहां उन्हें काफी संघर्ष करना था काफी रात कैसी बीती जब उनके पास रहने को घर भी नहीं था और उन्होंने टेंट में रहकर अपनी रातें गुजारी। इसके बाद आजाद स्टेडियम के सामने पानी पुरी बेच कर अपना गुजारा किया करते थे।

अंडर 19 वर्ल्ड कप 2020 के दौरान यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) का नाम सबसे अधिक चर्चा में था. यशस्वी जायसवाल के संघर्ष की कहानी बहुत कम लोगों को पता है. यशस्वी जायसवाल मुंबई के आजाद मैदान के बाहर गोलगप्पे बेचा करते थे. यशस्वी ने अपने ट्रेनिंग के दौर में टेंट में जीवनयापन किया था, लेकिन उनमें सफलता हासिल करने का जज्बा कूट-कूटकर भरा था. यशस्वी जायसवाल ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में 400 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक और 4 अर्धशतक शामिल थे.  

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 5 years.