केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पटना और आरा के बीच कोईलवर पुल के समानांतर बने पुल का उद्धघाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए इस उद्घाटन समरोह में सीएम नीतीश कुमार, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह, केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी चौबे और उप मुख्यमंत्री तरकिशोर प्रसाद मौजूद थे। बता दें कि नितिन गडकरी के पास सड़क परिवार एवं राजमर्ग मंत्रालय होने साथ केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय भी है। इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में नितिन गडकरी ने एमएसएमई का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में इथनॉल की फैक्ट्री खोली जाएं। केंद्र सरकार ने गन्ना के साथ चावल और मक्का से भी इथनॉल बनाने की मंजूरी दे दी है।


दो लाख करोड़ की होगी इकोनॉमी
उन्होंने कहा कि देश में चावल भरपूर है। हम पूरी दुनिया को चावल खिला सकते हैं। इसलिए हमें चावल से इथनॉल को बनाना चाहिए। ऐसा करने से देश में दो लाख करोड़ का इथनॉल का व्यवसाय हो सकता है। बिहार सरकार राज्य में 100 नई फैक्ट्रियां लगाए। इसके लिए केंद्र सरकार पैसे देकर मदद करेगी। देश में बने इथनॉल की खपत पेट्रोल डीजल में होगी, तो हमें बाहर से तेल कम आयात करना पड़ेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। जिससे गरीबी और भुखमरी भी ख़त्म होगी। इन फैक्ट्रियों को लगाने के लिए केंद्र सरकार राज्य को लोन देने के लिए भी तैयार है। साथ ही जितना भी इथनॉल बनेगा उसे केंद्र सरकार खरीद लेगी। अब तो कई जगहों पर इथनॉल पंप खुल गए  हैं और इथनॉल की गाड़ियां भी लांच हो गई हैं।


यूपीए सरकार ने नहीं दी थी मंजूरी
नितिन गडकरी के इस परामर्श पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं अपने पहले कार्यकाल में इस पर काम करना चाहता था, तब 22 हज़ार करोड़ का निवेश भी मिल रहा था, लेकिन उस समय तत्कालीन यूपीए की सरकार ने मंजूरी नहीं दी थी। आज मैं खुश हूं कि केंद्र सरकार ने इस तरफ ध्यान दिया और केंद्रीय मंत्री इथनॉल की दिशा में बढ़ने को कह रहे हैं। जो काम मैं अपने पहले कार्यकाल में नहीं कर पाया, अब उसे चौथे कार्यकाल में पूरा करूंगा। इससे रोजगार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

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