आयात पर लगे प्रतिबंध हटने का असर दालों पर पड़ता दिख रहा है। रांची में पिछले एक महीने में बाजार में देशी उरद, अरहर, मूंग समेत विभिन्न प्रकार की दालों के दाम में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। छोला, मूंग, चने की दाल में किलो में पांच से छह रुपये का अंतर आया है। वहीं खाद्य तेलों में धीरे-धीरे सुधार होता जा रहा है। 190 तक पहुंच गया सरसों का तेल 155 रुपये और 170 वाला फॉरच्यून रिफाइंड आयल 155 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

पंडरा बाजार समिति के थोक विक्रेता शिव गुप्ता बताते हैं कि एक महीने पहले रोजमर्रा के खाद्य सामग्री के दाम में काफी तेजी थी। मगर अब धीरे-धीरे दाम पहले की तरह सामान्य हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ट्रकों का परिचालन भी प्रभावित हुआ था। इससे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से आने वाली दाल की खेप प्रभावित थी। लिहाजा मांग ज्यादा और माल कम होने से थोक के साथ खुदरा भाव गर्म था। अब स्थिति सामान्य होने पर फिर से दाम काबू में आ रहे हैं।

अपर बाजार में थोक खाद्य तेल विक्रेता अतुल अग्रवाल बताते हैं कि सरकार के प्रयास के कारण पैक खाद्य तेल के दाम में पिछले महीने के मुकाबले नरमी देखने को मिल रही है। खाद्य तेल में औसत आठ रुपये से लेकर 17 रुपये प्रति लीटर तक दाम टूटे हैं। सरसों तेल जून के मध्य तक रांची के बाजार में 184 रुपये लीटर तक था। मगर अब 155 रुपये पर ठहरी हुई है। इसके साथ ही सूरजमुखी, पाल्म और खजूर तेल के दाम में भी कमी आई है। अनलाॅक में गेंहू और चावल के दाम में भी कमी आई है। चावल के दाम में औसत तीन रुपये प्रति किलो तो गेंहू के दाम में दो रुपये की कमी आई है। गेंहू के दाम में कमी होने से आटे का भाव भी गिरा है।

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